Thursday, September 2, 2010
यहां गीता व कुरान की पूजा होती है साथ-साथ
यदि आप सांप्रदायिक सद्भाव और सर्वधर्म-संभाव की झलक देखना चाहते हैं तो इंदौर के राधा-कृष्ण मंदिर चले आइए, जहां भगवत गीता और कुरान एक साथ रखे हैं। इतना ही नहीं यहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर दोनों धार्मिक ग्रंथों की साथ में पूजा करने का दौर भी लगभग 100 से अधिक वर्षो से चला आ रहा है, जो आज भी जारी है।
आड़ा बाजार इलाके में त्रिवेदी परिवार का राधा-कृष्ण मंदिर है। इस मंदिर में राधा-कृष्ण की प्रतिमा के साथ भगवत गीता और तीन भाषाओं अरबी, हिंदी और संस्कृत में कुरान भी रखी है।
इस मंदिर में गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। वर्षो से चली आ रही परंपरा के मुताबिक इस बार भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर तमाम धार्मिक अनुष्ठानों के साथ दोनों धार्मिक ग्रंथों की पूजा की गई।
मंदिर के पुजारी किशोर जोशी का कहना है कि भगवत गीता की ही तरह कुरान भी ग्रंथ है लिहाजा ये दोनों ग्रंथ हमारे मार्गदर्शक हैं और सद्मार्ग पर चलने का संदेश देते हैं। इसी कारण वर्षो से ये दोनों ग्रंथ एक साथ रखे हुए हैं और जन्माष्टमी के मौके पर भगवत गीता के साथ कुरान की भी पूजा होती है।
बताया गया है कि त्रिवेदी परिवार लगभग सात पीढि़यों से इस परंपरा को निभा रहा है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि जिस तरह तमाम नदियां जाकर समुद्र में मिलती हैं ठीक इसी तरह तमाम धार्मिक ग्रंथ अलग-अलग रास्तों से जाकर प्रभु से मिलाने का काम करते हैं।
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1 comment:
Nice post.
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