Thursday, July 15, 2010

बढ़ रहा है कागज के गहनों का चलन


सोने की दिन पर दिन बढ़ती कीमत ने इस धातु को आम आदमी की पहुंच से दूर कर दिया है लेकिन गहनों की चाहत भला महंगाई से कब समझौता करती है। रिसाइकिल किए हुए कागज से बने गहने यह शौक पूरा कर रहे हैं और इनसे पर्यावरण को कोई नुकसान भी नहीं होता।
पेपर जूलरी डिजाइनर अनु सहरिया कहती हैं कि आदिकाल से ही महिलाएं गहनों की शौकीन रही हैं। गहने न केवल उनके सौंदर्य को अभिव्यक्ति देते हैं बल्कि उन्हें भीड़ में एक अलग पहचान भी देते हैं। इस अवधारणा में पेपर जूलरी कहीं से भी पीछे नहीं है। उनके डिजाइन में उतनी ही मेहनत लगती है जितनी मेहनत सोने या चांदी के गहनों को डिजाइन करने में लगती है।
उन्होंने बताया कि रिसाइकिल्ड कागज से बने कागज के जेवरात पानी के साथ तैयार किए जाते हैं। पर्यावरण अनुकूल होने के अलावा यह हल्के होते हैं और ज्यादा समय तक चलते हैं। कई लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है और धातु से उन्हें एलर्जी या रिएक्शन की समस्या हो जाती है। पेपर जूलरी से ऐसा नहीं होता। उनका कहना है कि पानी के संपर्क के आने पर कागज के गहने खराब नहीं होते और न ही इन पर पसीने का दुष्प्रभाव पड़ता है।
पेपर जूलरी के डिजाइन से ही जुड़े शिवानी कोचर कहती हैं कि हम मिल में बने रिसाइकिल किए हुए कागज का इस्तेमाल करते हैं। इससे कार्बन घटता है और यह पर्यावरण के अनुकूल होता है।
अनु ने कहा कि पेपर जूलरी को कोई भी रंग और रूप दिया जा सकता है।
शिवानी और अनु दोनों ही कहती हैं कि किशोरियों, युवतियों और 35 साल तक की उम्र की महिलाओं को कागज के गहने खास तौर पर पसंद आते हैं। इसका मुख्य कारण इसकी कम कीमत और डिजाइनों की विविधता है।
शिवानी के अनुसार, धातु के गहनों की तुलना में कागज के गहनों की कीमत बहुत कम होती है। कुछ समय तक इस्तेमाल के बाद इन्हें फेंका जा सकता है।
अनु बताती हैं कि कागज के गहने बनाने के लिए पहले रॉ मटीरियल तैयार किया जाता है। फिर इसे हाथ से विभिन्न आकृतियों और आकारों में ढाला जाता है। इसे जोड़ने, मजबूत और सख्त करने, रंग करने और वाटर प्रूफ बनाने में काफी सावधानी बरती जाती है।
उन्होंने कहा कि पेपर जूलरी में क्रिस्टल, स्टोन, कुंदन, ग्लास बीड्स, पोल्की, सेमी पे्रशियस स्टोन्स आदि का इस्तेमाल किया जाता है। खास बात यह है कि कागज के गहने बनाने में रसायनों का उपयोग नहीं के बराबर होता है।
शिवानी बदलते मौसम और मूड के अनुरूप, कागज के गहने तैयार करती हैं। वह कहती हैं कि विदेशों में भी कागज के गहने बहुत पसंद किए जा रहे हैं।

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