Sunday, November 30, 2008

परेशानी का सबब हो सकता है संभोग


लंदन। तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाईलामा का कहना है कि संभोग लोगों को संतुष्टि प्रदान करता है, लेकिन वह अल्पकालिक है एवं अक्सर विभिन्न समस्याओं की ओर धकेल सकता है।दलाईलामा के अनुसार दांपत्य जीवन कई उतार चढ़ाव पैदा करता है जिसके विपरीत ब्रह्मचर्य न केवल जीवन को बेहतर बनाता है बल्कि ज्यादा आजादी भी देता है।

दैनिक टेलीग्राफ ने दलाईलामा के हवाले से कहा कि संभोग का दबाव व संभोग की इच्छा वास्तविकता में मेरे हिसाब से क्षणिक सुखानुभूति है और अक्सर जटिलताओं की ओर अग्रसर करता है।

नाईजीरिया की राजधानी लागोस से तिब्बती आध्यात्मिक नेता के हवाले से अखबार ने लिखा है कि स्वाभाविक तौर पर मनुष्य होने के नाते यौन इच्छा पैदा होती है। लेकिन तब आप मानव विवेक का इस्तेमाल कर जान सकते हैं कि वे संबंध हमेशा समस्याओं से भरे होते हैं।

उन्होंने कहा कि सबसे अधिक हैरानी की बात यह है कि इस तरह के दांपत्य संबंधों के कारण आप में आत्महत्या करने या किसी की हत्या कर देने की प्रवृति जागृत हो सकती है।

1 comment:

अरुणेश मिश्र said...

दलाईलामा का दार्शनिक मत शांकर मतानुसार है ।