Saturday, August 7, 2010

माइका की चादरों के बीच हुई जीवन की उत्पत्ति


धरती पर जीवन की शुरुआत कब हुई? इस लाख टके के अर्से पुराने सवाल का एक नया जवाब सामने आया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी पर जीवन का आरम्भ सम्भवत: खनिज माइका की चादरों के बीच हुआ।
कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के एक दल ने 'लाइफ बिटवीन द शीट्स' माइका परिकल्पना तैयार की है। इसके बारे में 'जर्नल ऑफ थेयोरेटिकल बायोलॉजी' के आगामी अंक में विस्तार से जिक्र किया गया है।
'लाइफ बेटवीन द शीट्स' मिका परिकल्पना के मुताबिक मिका की परतों के बीच आमतौर पर बनने वाले संरचित कक्षों में सम्भवत: ऐसे अणु संरक्षित हुए होंगे जिनसे आगे चलकर कोशिकाओं का निर्माण हुआ।
संरचित कक्षों में सही भौतिक और रासायनिक वातावरण मिलने से फले-फूले अणु बाद में कोशिकाओं में तब्दील हुए।
अध्ययन दल की मुख्य वैज्ञानिक हेलेन हंसमा ने कहा कि चूंकि माइका की परतें जीवित कोशिकाओं तथा प्रोटीन, न्यूक्लियक अम्ल, कार्बोहाइड्रेट्स और वसा जैसे बड़े जैविक अणुओं के जीवन के लिए अनुकूल होती हैं इसलिए माइका परिकल्पना भी अन्य मशहूर परिकल्पनाओं की इस राय से सहमत है कि जीवन का आरम्भ राइबोन्यूक्लिक एसिड [आरएनए], वसायुक्त वैसिलेस और आदिम चयापचय के रूप में हुआ था।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि माइका में सभी प्राचीन चयापचयों, वसा वैसिलेस और आरएनए की दुनिया समाई रही हो।

1 comment:

संगीता पुरी said...

यह सही भी हो सकता है और गलत भी .. आगे इसके पक्ष और विपक्षों में भी तर्क पढने को मिलेगे !!