Friday, July 2, 2010

पोषक तत्वों का भंडार है फलियां


मौसम कोई भी हो, सब्जियों के बाजार में किसी न किसी प्रकार की फली हर समय दिखाई देती है। प्राकृतिक गुणों से भरपूर अलग-अलग प्रकार की ये फलियां न केवल सब्जी के तौर पर खाने में स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि शरीर को डायबिटीज और हृदय रोगों से बचाने के अलावा वजन कम करने में भी मददगार साबित होती हैं।
केंटुकी विश्वविद्यालय में हुए एक शोध में कहा गया है कि फलियां रक्त से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को हटाती हैं, जिससे शरीर का मोटापा कम होता है।
शोध के मुताबिक फलियों में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं, जो पाचन तंत्र से गुजरने के दौरान अतिरिक्त पित्त को अपशोषित कर लेते हैं और उसे शरीर में अवशोषित होने से पहले ही उसे बाहर निकाल देते हैं।
शोध में प्रमाणित हुआ है कि रोजाना कम से कम एक कप फलियों के सेवन से छह सप्ताह में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 10 फीसदी तक कम किया जा सकता है, जो हृदय रोग के खतरे को 40 फीसदी तक कम करता है। इसीलिए चिकित्सक हृदय रोगों के शिकार लोगों में फलियों के सेवन को जरूरी बताते हैं।
फिजीशियन डॉ. अजीत त्रिवेदी डायबिटीज से पीडि़त लोगों को भी नियमित तौर पर फलियों के सेवन की सलाह देते हैं। डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि फलियों में रेशे घुले होते हैं, जो इंसुलिन रिसेप्टर साइट्स को सक्रिय बनाने में मदद करते हैं। इन साइटों के माध्यम से ही इंसुलिन कोशिकाओं में जाता है। डायबिटीज से पीडि़त लोगों में हृदय रोगों का खतरा भी काफी होता है, इस तरह से फलियां दोनों समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं।
चिकित्सक इस बात पर भी जोर देते हैं कि बढ़ते बच्चों के भोजन में फलियों को जरूर शामिल किया जाना चाहिए।
इंडियाना विश्वविद्यालय में हुए एक शोध में कहा गया है कि फलियां विटामिन बी समूह, कैल्शियम, पोटेशियम और फोलेट से समृद्ध होती हैं।
शोध के मुताबिक फलियों में मौजूद विटामिन बी मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने, त्वचा रोगों को दूर करने और पाचन तंत्र को दुरूस्त रखने में मदद करता है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मानसी जोशी बताती हैं कि बच्चों की हड्डियां और दांत मजबूत रखने के लिए उन्हें फलियों का सेवन कराना चाहिए।
डॉ. मानसी ने इस बात पर भी जोर दिया कि बच्चों को बीन्स को अंकुरित करके खिलाने से यह उनके शरीर में बहुत जल्दी अवशोषित होती हैं और उनके पाचन तंत्र की गतिविधियां सुचारू तौर पर चलती हैं।