Wednesday, June 23, 2010

महिलाओं की प्रजनन प्रणाली में होती है गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था


महिलाओं की प्रजनन प्रणाली में स्वत: ही गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था होती है जो ऐसे शुक्राणुओं को खारिज कर देती है जिन्हें वह गर्भ धारण करने के लिए अच्छा नहीं पाती।
यूनिवर्सिटी आफ ऐडिलेड की साराह राब‌र्ट्सन के हवाले से एबीसी ने बताया है कि परीक्षणों में पाया गया कि महिलाओं की प्रजनन प्रणाली के भीतर ही कुछ ऐसी व्यवस्था होती है जो यह अनुमान लगाती है कि साथी पुरूष क्या इतना गुणवान है कि उसका गर्भ धारणा किया जाए। उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया यह बताती है कि महिला का शरीर खुद इस बात का मूल्यांकन करता है कि क्या गर्भ धारण करने का सही समय आ गया है या कि मौजूदा पुरूष साथी गर्भ धारण करने के लिए सही है?
साराह ने बताया कि कुछ महिलाओं में यह प्रणाली अधिक सक्रिय होती है। ऐसा हो सकता है कि किसी एक साथी के साथ उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो। हमें जो कुछ समझ में आया है, वह यह कि गर्भधारण करने की महिलाओं की प्रजनन व्यवस्था में साथी एक महत्वपूर्ण कारक है।
शोधकार्य की अगुवा साराह ने कहा कि कुछ महिलाओं और पुरूषों की जोड़ी सही नहीं होने पर भी ऐसा होता है। यह भी संभव है कि कुछ महिलाओं की प्रतिरोधक प्रणाली साथी पुरूष के शुक्राणुओं के प्रति सही प्रतिक्रिया नहीं दे रही हो।
इस शोध के शुरूआत में चूहों और सुअरों को शामिल किया गया था, लेकिन साराह ने कहा कि ऐसे संकेत हैं कि इंसानी महिलाओं में भी यही प्रक्रिया काम करती है।

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