Wednesday, June 2, 2010

न करें सुबह के नाश्ते को नजरअंदाज!


यदि आप एसिडिटी, मोटापे की शिकायत से जूझ रहे हैं और आपको किसी काम में ध्यान लगाने में परेशानी हो रही है तो शायद इसकी वजह आपका सुबह का नाश्ता न लेने की आदत है। ब्रेन फूड कहा जाने वाला सुबह का नाश्ता दिनभर का सबसे महत्वपूर्ण आहार है।
ज्यादातर शहरी लोग या तो अपनी व्यस्ततम जीवनशैली की वजह से नाश्ते को नजरअंदाज करते हैं या फिर वे सोचते हैं कि नाश्ता न लेने से छरहरी काया हासिल की जा सकती है। वजह जो भी हो, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि इससे लोगों में मोटापे की शिकायत हो सकती है।
बत्रा अस्पताल की मुख्य आहार विशेषज्ञ अनीता जटाना ने को बताया कि ऐसा लगता है कि इन दिनों लोगों के पास सुबह के नाश्ते के लिए समय नहीं है। उनके पास पौष्टिक नाश्ता करने की स्वस्थ परंपरा से बचने के सभी कारण हैं।
वह इसे धारणा और जीवनशैली में बदलाव मानती हैं। उनका कहना है कि लोग कई वजहों से सुबह का नाश्ता नहीं करते। इनमें व्यस्तता, रात में देर से भोजन करना, खुद को छरहरा बनाने सहित कई वजहें शामिल हैं। इस तरह से वह अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी सुबह के नाश्ते से दूर रहते हैं।
आहार विशेषज्ञों के मुताबिक सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी है। वे कहते हैं कि नाश्ता संतुलित होना चाहिए और इसमें कैल्शियम [दूध या दूध से वस्तुएं], प्रोटीन, रेशेदार पदार्थ [अंकुरित अनाज] और एंटीऑक्सीडेंट्स [सेब, स्ट्रॉबेरी, केला, संतरा] और विटामिन होने चाहिए।
मैक्स अस्पताल की मुख्य आहार विशेषज्ञ ऋतिका सामादार कहती हैं कि प्राय: ब्रेन फूड कहे जाने वाले सुबह के नाश्ते का संपूर्ण होना आवश्यक है और इसमें शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व होने चाहिए। शरीर की चयापचय प्रक्रिया के बेहतर होने के लिए सुबह पोषक नाश्ता लेना बहुत जरूरी है।
उनका कहना है कि रात के खाने और सुबह के नाश्ते के बीच 10 से 12 घंटे का अंतराल हो जाता है, जो कि बहुत लंबा समय है। ऐसे में यदि नाश्ता न किया जाए तो यह अंतराल और भी बढ़ जाता है और इस तरह से शरीर की चयापचय प्रक्रिया प्रभावित होती है।

1 comment:

Udan Tashtari said...

सुबह के पौष्टिक नाश्ते की उपयोगिता पर प्रकाश डालने के लिए आभार.