Saturday, September 13, 2008

अब नए कलेवर में आई 'द जाय आफ सेक्स'


सत्तर के दशक में 'बेडरूम बाइबिल' के नाम से मशहूर हुई 'द जाय आफ सेक्स' किताब फिर नए कलेवर में बाजार में उतारी गई है। पहली बार 1972 में प्रकाशित हुई इस किताब की लाखों प्रतियां तब हाथों-हाथ बिक गई थीं।

यौन क्रियाओं की जानकारी देने वाली इस किताब को डा। एलेक्स कम्फर्ट ने लिखा था। इस बार इसे लेखिका और मनोविज्ञानी सूसन कीलियम ने नए रूप में पेश किया है। सूसन ने कम्फर्ट की तारीफ करते हुए बताया कि नई किताब में उन्होंने कई सुधार किए हैं। सूसन ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि तब से अब तक लोगों के नजरिए में काफी बदलाव आ चुका है। सूसन ने कहा, 'उस दौर में हार्मोन और फेरोमोन जैसी जानकारियां सामने नहीं आई थीं।'

उन्होंने बताया कि मूल प्रति में दी गई कुछ बातों को सही नहीं होने के कारण हटा दिया गया है। 288 पृष्ठों की नई किताब में सिर्फ पुरुष के स्थान पर पुरुष और स्त्री पर जोर दिया गया है। नए संस्करण में इंटरनेट व फोन सेक्स और गर्भावस्था के दौरान सहवास जैसे विषयों की जानकारी व सलाह भी जोड़ी गई है। किताब की प्रकाशक मिशेल बीजली ने इससे सेक्स के प्रति लोगों का नजरिया बदलने की उम्मीद जताई है। उनका कहना है कि जिंदगी को रोचक बनाने में किताब काफी मददगार साबित होगी।

1 comment:

Arvind Mishra said...

यह मेरी फेवरिट पुस्तकों में से रही है -अलेक्स कम्फर्ट एक कीट विज्ञानी थे पर सेक्स के वैज्ञानिक अध्यन में उनकी सानी नही थी .....मैंने इसे १९८३ में खरीदा था और आज भी मेरे सीक्रेट शेल्फ की शोभा बढ़ा रही है !आपने इस समाचार को अपने ब्लॉग पर लिया ,अच्छा लगा !